सीनियर एक्टर चंकी पांडे आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं, हालांकि उनके करियर में एक दौर ऐसा था, जब उन्हें घर चलाने के लिए भी स्ट्रगल करना पड़ता था। हाल ही में स्ट्रगल के दिनों पर बात करते हुए चंकी पांडे ने बताया है कि उन्हें फिल्मों में काम हासिल करने के लिए घंटों प्रोड्यूसर्स के दफ्तरों के बाहर खड़ा रहना पड़ता था। इसके बावजूद भी जब काम नहीं मिला तो वो घर चलाने के लिए पार्ट टाइम कार डीलर बन गए थे। हाल ही में आई स्पॉटबॉय की रिपोर्ट में चंकी पांडे के हवाले से लिखा गया है, 'मेरे स्ट्रगल के दिन बेहद मुश्किल थे। उस समय न ही कास्टिंग डायरेक्टर होते थे न ही डिजिटल मीडिया। ऐसे में हमें प्रोड्यूसर्स की ऑफिस के बाहर घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता था। हम उनसे मिलते थे और अपनी फोटो एल्बम दिखाते थे, हमें उनके सामने डांस करके दिखाना होता था, साथ ही हम पॉपुलर फिल्मों के सीन भी करके दिखाते थे।' डीलरशिप की कार से प्रोड्यूसर के दफ्तर जाते थे चंकी आगे उन्होंने कहा है, 'मैं पार्ट टाइम काम करने लगा था, मैं पार्ट टाइम कार डीलर था, ऐसे में मुझे कार से घूमने का भी मौका मिल जाता था। हर रोज मेरे पास एक अलग कार होती थी, जिससे मैं प्रोड्यूसर्स के ऑफिस जाता था।' बताते चलें कि 61 साल के एक्टर चंकी पांडे ने 1987 की मल्टीस्टारर फिल्म आग ही आग से करियर की शुरुआत की थी। पहलाज निहलानी ने उन्हें अपनी दो फिल्मों आग ही आग और पाप की दुनिया में साइन किया था। 1987-1993 तक चंकी पांडे कई मल्टीस्टारर फिल्मों का हिस्सा रहे थे। बतौर लीड चंकी पांडे की सबसे चर्चित फिल्म आंखें है, जिसमें वो गोविंदा के साथ आए थे। फिल्म तेजाब और हाउसफुल 2 के लिए चंकी पांडे को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का फिल्मफेयर नॉमिनेशन मिल चुका है। अब जल्द ही चंकी पांडे टीवीएफ की फिल्म इंडस्ट्री में नजर आने वाले हैं। सीरीज में उनके साथ गुनीत मोंगा, अंकिता गोराया, कुणाल कपूर और अभिषेक बनर्जी लीड रोल में हैं।